क़ब्र असग़र की बनाने में बहुत देर लगी
शह को इक फूल छुपाने में बहुत देर लगी
कुछ क़दम दूर है बाज़ार से दरबार मगर
फिर भी शहज़ादी को आने में बहुत देर लगी
शह ने हर लाश को जल्दी से उठाया लेकिन
लाश अकबर की उठाने में बहुत देर लगी
टुकड़े चुनते हुए क़ासिम के कहा मौला ने
हाय अफ़सोस कि आने में बहुत देर लगी
चन्द सतरें थीं मगर लाशे अली अकबर पर
शह को ख़त पढ़ के सुनाने में बहुत देर लगी
इस क़दर प्यास से सूखा था गुलूए सरवर
शिम्र को तेग़ चलाने में बहुत देर लगी
बाप की लाश से दुर्रों की अज़ीयत देकर
एक बच्ची को हटाने में बहुत देर लगी
करबला पंहुचा तकल्लुम तो यही रो के कहा
मुझ को सरकार बुलाने में बहुत देर लगी