🤲 ANJUMAN-E-ZULFEQARE HAIDERI-MAHOLI
🕊️ ऐ सकीना तेरा बाबा नहीं आने वाला🕊️
ढ़ल गई शाम अंधेरा भी है छाने वाला
देखकर सय्यदे सज्जाद के पैरों का वरम
साथ बेड़ी के तड़प उट्ठा पिन्हाने वाला
आसरा जिस का था वो नहर से आया ही नहीं
अब नहीं कोई तमाचों से बचाने वाला
बेकसी तूही बता फूल सी इस बच्ची को
कौन है ज़ुल्म मुसीबत से छुड़ाने वाला
गोद में फुफियों के अब सोने की आदत डालो
जा चुका है तुझे सीने पे सुलाने वाला
नींद की गोद से अब्बास ख़ुदारा चौंको
शिम्र है मसनदे सज्जाद जलाने वाला
ये दुआ करती है मां ख़ैर से आए या रब
झूलने वाले के हमराह झुलाने वाला
फातेमा देती हैं शमशाद दुआएं पैहम
ख़ुश रहे फर्शे ग़मे शाह बिछाने वाला