🤲 ANJUMAN-E-ZULFEQARE HAIDERI-MAHOLI
🕊️ मां का अजब ये हाल हुआ है असग़र तेरे मरने से 🕊️
दिल बहनों का टूट गया है असग़र तेरे मरने से
किस से कहूंगी कौन सुनेगा बातें हंस कर मादर की
मेरा दम भी टूट रहा है असग़र तेरे मरने से
ठंडा पानी अब न पियूंगी न साए में बैठूंगी
मैने इक ये वादा किया असग़र तेरे मरने से
आगे क़दम अब बढ़ते नहीं हैं सारा जहां बेगाना है
कोहे अलम ये हम पे गिरा है असग़र तेरे मरने से
सब्र करूं मैं कैसे भला अब दिल ग़म से घभराता है
मेरा मुक़द्दर मुझ से ख़फा है असग़र तेरे मरने से
पानी मयस्सर हो न सका और तुम भी ज़िन्दा रह न सके
ख़ैमों मे कोहराम बपा है असग़र तेरे मरने से
अब न दिखाए कोई जनाज़ा ख़ू में डूबे बच्चे का
मेरे लब पे बस ये दुआ है असग़र तेरे मरने से
चारो तरफ वीरानापन है अर्श गिरिया करता है
फर्शे अज़ा का फर्श बिछा है असग़र तेरे मरने से
चारो तरफ वीरानापन है अर्श गिरिया करता है
फर्शे अज़ा का फर्श बिछा है असग़र तेरे मरने से