🤲 ANJUMAN-E-ZULFEQARE HAIDERI-MAHOLI
🕊️ बाबा मैं बहुत याद करूंगी 🕊️
बीमार से मुँह मोड़ के जाते हो तो जाओ
तन्हा मुझे यूँ छोड़ केे जाते हो तो जाओ
तुम दिल को मेरे तोड़ के जाते हो तो जाओ
पर करबोबला जाके मुझे भूल न जाना
अकबर की न तुम मेरे बिना शादी रचाना
मैं शामो सहर बाबा तुम्हें दूँगी सदाएं
रो रो केे मुसल्ले पे ये मांगूँगी दुआएं
माबूद मेरे बाबा मुझे लेने को आएं
तसवीर नज़र ख्वाब में आयेगी तुम्हारी
हर लम्हा मुझे याद सतायेगी तुम्हारी
माँ बाप से मिलने की दुआ मिल न सकेगी
बीमार रहूंगी मैं शिफ़ा मिल न सकेगी
मुझको मेरे इस गम की दवा मिल न सकेगी
ढलते हुए सूरज की तरह ढलने लगूँगी
कुछ दिन ही में मैं लेके असा चलने लगूँगी
तक़दीर मेरी मुझसे कहीं रूठ न जाये
ये साथ हमेशा केे लिए छूट न जाये
मैं तुमसे मिलूगी ये भरम टूट न जाये
अल्लाह करे वादा निभाएं अली अकबर
इक रोज़ मुझे लेने को आएं अली अकबर
ऐ वारिसे कुरान खुदा हाफिज़ो नासिर
ऐ साहिबे ईमान खु़दा हाफिज़ो नासिर
ऐ सरवरे ज़ीशान खुदा हाफिज़ो नासिर
जब अपने वतन लौट के तुम आओगे बाबा
छोड़ा है जहाँ मुझको वहीं पाओगे बाबा
करबल से मदीने की तरफ लौट के आना
बीमार है सुगरा ये कहीं भूल न जाना
हर हाल में तुम ईद मेरे साथ मनाना
हर लम्हा यहाँ आप की मैं राह तकूंगी
दरवाज़े की दहलीज़ पे ही बैठी रहूंगी