सकीना की सदा है अरे ओ शाम वालोंं अरे ओ कूफ़े वालों
अरे ओ शाम वालों सकीना की सदा है
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो) x3 अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालोंं अरे ओ कूफ़े वालोंं
मेरे प्यारे जो अम्मू आज होते
कभी ना इस क़दर मजबूर होते
गदाई करके लाते मगर तुमसे न कहते
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालों अरे ओ कूफ़े वालों
चाचा का सर ये नेज़े से हटा दो
सरे शब्बीर पे परदा उढ़ा दो
ये गम कितना बड़ा है मेरी मां बे रिदा है
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालों अरे ओ कूफ़े वालों
मैं ख़ातूने जिना का आइना हूं
रसन बस्ता असीरो बे रिदा हूं
मेरी जानिब न देखो मेरा कुर्ता फटा है
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालों अरे ओ कूफ़े वालों
वो सीना मेरे बाबा का कहां है
सुना है बर सरे रेगे तपा है
नहीं हाय वो सीना कहा सोए सकीना
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालों अरे ओ कूफ़े वालों
मेरे घर की क़नीज़ें बा रिदा हैं
क़यामत हो गई हम बे रिदा है
सितम कितना बड़ा है फुफी का सर खुला है
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालों अरे ओ कूफ़े वालों
यतीमों को सताना कब रवां है
दुखे दिल को दुखाना कब रवां है
सितम जो चाहे कर लो मगर इक काम कर दो
अरे ओ शाम वालोंं कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम वालोंं
अरे ओ शाम वालों अरे ओ कूफ़े वालों
रिहाई की तमन्ना मर चुकी है
ये जिंदां मेरी मंज़िल आख़री है
मगर बाबा से कहना अब आना शाम आना
अरे ओ शाम-ए-वालों कफ़न बाबा को दे दो अरे ओ शाम-ए वालों